VMOU ASSINGMENT BA HISTORY HI-01

Table of Contents

Internal Assignment – B.A. History

HI-01: History of India (Earliest Time to 1200 A.D.)

भारत का इतिहास (प्रारंभ से 1200 ई. तक)

Max Marks: 30

Note: The Question Paper is divided into three sections A, B, and C. Write answers as per the given instructions.
यह प्रश्न पत्र ‘ए’, ‘बी’, और ‘सी’ खंडों में विभाजित है। प्रत्येक खंड के निर्देशानुसार प्रश्नों का उत्तर दीजिए।


Section-A (Very Short Answer Type Questions)

अति लघु उत्तर वाले प्रश्न

Note: Answer all questions. As per the nature of the question, you delimit your answer in one word, one sentence, or maximum up to 30 words. Each question carries 1 mark.
सभी प्रश्नों का उत्तर दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर एक वाक्य या अधिकतम 30 शब्दों में सीमित कीजिए। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।

  1. (i) धोलावीरा कहाँ पर स्थित है?
  • धोलावीरा गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। (ii) जैन तीर्थंकरों के नाम बताइये?
  • आदिनाथ, पार्श्वनाथ, महावीर। (iii) वैदिक धर्म की विशेषताएं क्या हैं?
  • वेदों पर आधारित, यज्ञ, ऋतु-संस्कृति, देवताओं की पूजा, सामाजिक वर्ग व्यवस्था। (iv) धम्म का स्वरूप क्या है?
  • धम्म नैतिक आचरण, करुणा, अहिंसा, और शील पर आधारित है। (v) आर्यभट्ट कौन था?
  • आर्यभट्ट एक प्राचीन भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री था। (vi) कृत्यकल्पतरु क्या है?
  • कृत्यकल्पतरु एक प्राचीन भारतीय ग्रंथ है, जिसे भट्ट लक्ष्मीधर ने लिखा था।

Section-B (Short Answer Questions)

लघु उत्तर वाले प्रश्न

Note: Answer any four questions. Each answer should not exceed 100 words. Each question carries 3 marks.
नोट: किसी चार प्रश्नों का उत्तर दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए। प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है।

  1. सिंधु घाटी सभ्यता के नगर नियोजन का मूल्यांकन कीजिए।
  • सिंधु घाटी सभ्यता का नगर नियोजन अत्यंत विकसित था। यहाँ के शहरों में सड़कों का ग्रिड पैटर्न, सुनियोजित जल निकासी प्रणाली, विशाल स्नानागार, और पक्की ईंटों से बने मकान थे। मोहनजोदड़ो और हड़प्पा जैसे शहरों में बड़े भंडारगृह और नहरें थीं जो नगर के अद्वितीय योजनाबद्धता को दर्शाते हैं। इस सभ्यता का नियोजन आधुनिक नगर नियोजन की नींव रखता है।
  1. सिंधु घाटी सभ्यता के विस्तार का वर्णन करो।
  • सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तार उत्तर-पश्चिमी भारतीय उपमहाद्वीप में था। इसके प्रमुख स्थल हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, धोलावीरा, कालीबंगन, और लोथल थे। यह सभ्यता आज के पाकिस्तान और पश्चिमी भारत के बड़े भूभाग पर फैली हुई थी, जिसमें पंजाब, सिंध, गुजरात, राजस्थान, और हरियाणा शामिल हैं। इस सभ्यता का प्रसार लगभग 1,260,000 वर्ग किमी में था।
  1. बिम्बिसार की उपलब्धियों की विवेचना कीजिए।
  • बिम्बिसार मगध साम्राज्य के हर्यक वंश के संस्थापक थे। उन्होंने 543-492 ईसा पूर्व तक शासन किया। उन्होंने अपने राज्य का विस्तार किया और अंजना, कोशल, और वैशाली के साथ राजनीतिक और वैवाहिक संबंध स्थापित किए। उनके शासनकाल में बौद्ध धर्म का प्रचार हुआ और बुद्ध से उनका घनिष्ठ संबंध था। उन्होंने पाटलिपुत्र (पटना) को अपनी राजधानी बनाया और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार किए।
  1. स्कंदगुप्त पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  • स्कंदगुप्त गुप्त साम्राज्य के एक प्रमुख सम्राट थे, जिन्होंने 455-467 ई. तक शासन किया। उनके शासनकाल में हूणों के आक्रमण से साम्राज्य को सुरक्षा मिली। उन्होंने हूणों के आक्रमण को सफलतापूर्वक रोका और साम्राज्य की रक्षा की। स्कंदगुप्त ने प्रशासनिक सुधार और सार्वजनिक निर्माण कार्यों में भी योगदान दिया। उनके शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्णिम युग माना जाता है।
  1. मेगस्थनीज पर एक टिप्पणी लिखिए।
  • मेगस्थनीज एक यूनानी राजदूत और भूगोलवेत्ता थे, जिन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में 302-298 ईसा पूर्व के बीच भारत की यात्रा की। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘इंडिका’ में भारत की भौगोलिक, सामाजिक, और राजनीतिक स्थितियों का वर्णन किया है। उनकी रचनाएँ प्राचीन भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण स्रोत मानी जाती हैं।
  1. महमूद गजनवी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  • महमूद गजनवी 11वीं शताब्दी का एक प्रमुख तुर्की शासक था, जिसने 971-1030 ई. तक शासन किया। उसने भारत पर 17 बार आक्रमण किया और सोमनाथ मंदिर की लूटपाट की। उसके आक्रमणों से उत्तर भारत की राजनीतिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन हुआ। महमूद का उद्देश्य धन और ख्याति प्राप्त करना था।

Section-C (Long Answer Questions)

दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न

Note: Answer any two questions. You have to delimit your each answer maximum up to 400 words. Each question carries 06 marks.
नोट: किसी दो प्रश्नों का उत्तर दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 400 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए। प्रत्येक प्रश्न 6 अंक का है।

  1. वैदिक कालीन महिलाओं की स्थिति की विवेचना कीजिए।
  • वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति सम्मानजनक और महत्वपूर्ण थी। उन्हें शिक्षा, धार्मिक संस्कारों और सामाजिक जीवन में बराबरी का अधिकार प्राप्त था। वेदों में महिलाओं का उल्लेख शिक्षित और विदुषियों के रूप में मिलता है। वे यज्ञों में भाग लेती थीं और विद्या तथा कला में पारंगत थीं। वैदिक समाज में गृहिणी का स्थान महत्वपूर्ण था और उन्हें पति के साथ धार्मिक कर्तव्यों में भाग लेने का अधिकार था। यद्यपि समाज में पितृसत्तात्मक प्रवृत्ति थी, फिर भी महिलाओं को व्यक्तिगत स्वतंत्रता और निर्णय लेने का अधिकार था। वैदिक काल की महिलाओं का साहित्य, संस्कृति, और धर्म में महत्वपूर्ण योगदान था।
  1. प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोतों की विवेचना कीजिए।
  • प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत विभिन्न प्रकार के हैं जिन्हें मुख्यतः चार श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:
    • साहित्यिक स्रोत: इसमें वैदिक साहित्य, महाकाव्य (रामायण, महाभारत), पुराण, बौद्ध और जैन साहित्य शामिल हैं। ये स्रोत धार्मिक, सामाजिक, और राजनीतिक जीवन की जानकारी देते हैं।
    • पुरातात्विक स्रोत: इसमें हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के अवशेष, अशोक के स्तंभ, बौद्ध स्तूप, और मंदिरों के अवशेष शामिल हैं। ये स्रोत प्राचीन स्थापत्य कला और संस्कृति की जानकारी देते हैं।
    • विदेशी यात्रा वृतांत: इसमें मेगस्थनीज, फाहियान, ह्वेनसांग जैसे विदेशी यात्रियों के वृत्तांत शामिल हैं। ये स्रोत तत्कालीन भारत की सामाजिक और राजनीतिक स्थितियों का वर्णन करते हैं।
    • शिलालेख और सिक्के: अशोक के शिलालेख, गुप्तकालीन सिक्के, और अन्य शिलालेख प्राचीन भारत के राजवंशों, शासन, और अर्थव्यवस्था की जानकारी देते हैं।
    प्राचीन भारतीय इतिहास के ये स्रोत विभिन्न दृष्टिकोणों से इतिहास की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।
  1. धम्म की विवेचना कीजिए और उसकी विशेषताएं लिखिए।
  • धम्म, अशोक महान द्वारा प्रचारित एक नैतिक और सामाजिक आचार संहिता थी। यह बौद्ध धर्म पर आधारित था और इसका उद्देश्य समाज में नैतिकता, करुणा, और अहिंसा का प्रचार करना था। धम्म की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
    • अहिंसा: किसी भी जीवित प्राणी को हानि न पहुँचाना।
    • मित्रता और करुणा: सभी के प्रति सहानुभूति और दया का व्यवहार करना।
    • सत्कार्य: सत्य, ईमानदारी, और न्याय का पालन करना।
    • सहिष्णुता: सभी धर्मों और मतों के प्रति सहिष्णुता और आदर का भाव रखना।
    • सामाजिक कल्याण: जनता के भौतिक
    और नैतिक कल्याण के लिए कार्य करना। अशोक ने धम्म के प्रचार के लिए शिलालेखों, स्तंभों, और राजकीय आदेशों का उपयोग किया। धम्म ने समाज में नैतिकता और मानवता की भावना को प्रोत्साहित किया।
  1. समुद्रगुप्त की उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
  • समुद्रगुप्त, गुप्त वंश का एक प्रमुख सम्राट था, जिसने लगभग 335-380 ई. तक शासन किया। उसके शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्णिम युग कहा जाता है। उसकी प्रमुख उपलब्धियाँ निम्नलिखित हैं:
    • सैनिक उपलब्धियाँ: समुद्रगुप्त ने अपने शासनकाल में अनेक युद्ध लड़े और विजय प्राप्त की। उसने उत्तर भारत के कई राज्यों को अपने साम्राज्य में मिलाया और दक्षिण भारत में विजय अभियान चलाया।
    • राजनीतिक उपलब्धियाँ: उसने प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया और एक केंद्रीकृत शासन प्रणाली स्थापित की।
    • धार्मिक संरक्षण: समुद्रगुप्त ने हिन्दू धर्म का संरक्षण किया और अनेक मंदिरों का निर्माण कराया। वह सभी धर्मों के प्रति सहिष्णु था।
    • साहित्य और कला: उसने विद्वानों और कलाकारों का संरक्षण किया। उसके दरबार में प्रसिद्ध कवि और विद्वान कालिदास थे।
    • सामाजिक कल्याण: उसने जनकल्याण के लिए अनेक योजनाएँ चलाईं और समाज में शांति और समृद्धि का वातावरण बनाया।
    समुद्रगुप्त की इन उपलब्धियों ने गुप्त साम्राज्य को भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया और इसे स्वर्णिम युग के रूप में प्रतिष्ठित किया।
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